संदेश
अप्रैल 22, 2018 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं
अमृत वचन
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हमारा सम्मान हो ऐसी चाह हमारा अपमान कराती है मुक्ति इच्छा के त्याग से होती है वस्तु के त्याग से नहीं संसार में कुछ भी चाहोगे तो दुःख पाना ही पड़ेगा किसी वस्तु का सबसे बढ़िया उपयोग है उसे दूसरे के हित में लगाना हम घर में रहने से नहीं फंसते परंतु घर को अपना मानने से फंसते है असत का संग छोड़े बिना सद्संग का प्रत्यक्ष लाभ नहीं है भगवान् में अपनापन सबसे सुगम और श्रेष्ठ साधन है संसार को अपना न माने तो इसी क्षण मुक्ति है किसी तरह भगवान् में लग जायो फिर भगवान् अपने आप संभाल लेंगे ठगना दोष है ठगे जाने में कोई दोष नहीं जिसका स्वभाव सुधर जायेगा उसके लिए दुनिया सुधर जाएगी भगवान् के सिवाय कोई मेरा नहीं है यह असली भक्ति है भोगी व्यक्ति रोगी होता है दुखी होता है दुर्गति में जाता है संसार में आसक्ति का त्याग किये बिना भगवान् में प्रीति नहीं होती लेने की इच्छा वाला सदा दरिद्र ही रहता है मनुष्य को कर्मों का त्याग नहीं कामना का त्याग करना है श्रेष्ठ पुरुष वही है जो दूसरों के हित में लगा हुआ है याद करो तो भगवान् को याद करो काम करो तो सेवा
भगवद्गीता के उपदेश
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🌴🌴🌸🌸🌸🌱🌸🌸🌸🌴🌴 ।। श्री कृष्णम शरणं ममः।। 🔴आज का प्रातः संदेश🔴 🌲🌲🌲🌺🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲 मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है। और प्रत्येक मनुष्य को इस समाज में जिंदा रहने एवम अपनी आवश्यकताओं को पूर्ण करने के लिए एक दूसरे निर्भर रहना पड़ता है। प्रत्येक मनुष्य कभी न कभी दूसरे मनुष्य की सहायता करता अवश्य है। जब दो व्यक्ति कंही साथ बैठते है या साथ रहते है तो उन पर एक -दूसरे का अच्छा या बुरा प्रभाव अवश्य पड़ता है। मनुष्य जिस प्रकार के मनुष्यों के साथ उसके स्वभाव का प्रभाव अवश्य पड़ता है।यदि उसकी संगत बुरे लोगों के साथ है तो वह चाहे जितने अच्छे स्वभाव का हो एक दिन वह बुराई उसके अंदर भी आने लगती है। और अच्छी संगत में बुरा मनुष्य भी अच्छाई के मार्ग का अनुसरण करने लगता है। कहते है कि व्यक्ति योगियों के साथ योगी और भोगियो के साथ भोगी बन जाता है।। व्यक्ति को जीवन के अंतिम छड़ो में गति भी उसकी संगीत के अनुसार ही मिलती है। संगत का जीवन मे बड़ा गहरा प्रभाव पड़ता है।। संगत से मनुष्य जंहा महान बनता है,वहीं बुरी संगत उसका पतन भी
शिक्षाप्रद कहानी
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एक तमिल पुजारी थे-पंडित गोकरण नाथ । लोग उन्हें अत्यंत श्रद्घा एवं भक्ति भाव से देखते थे। वहां मंदिर को कोइल कहा जाता है। पुजारी प्रतिदिन सुबह कोइल जाते और दिनभर मंदिर में रहते। सुबह से ही लोग उनके पास प्रार्थना के लिए आने लगते। जब कुछ लोग इकट्ठे हो जाते, तब मंदिर में सामूहिक प्रार्थना होती। जब प्रार्थना संपन्न हो जाती, तब पुजारी लोगों को अपना उपदेश देते। उसी नगर में एक गाड़ीवान था। वह सुबह से शाम तक अपने काम में लगा रहता। इसी से उसकी रोजी-रोटी चलती। यह सोचकर उसके मन में बहुत दुख होता कि मैं हमेशा अपना पेट पालने के लिए काम-धंधे में लगा रहता हूं, जबकि लोग मंदिर में जाते हैं और प्रार्थना करते हैं। मुझ जैसा पापी शायद ही कोई इस संसार में हो। यह सोचकर उसका मन आत्मग्लानि से भर जाता था। सोचते-सोचते कभी तो उसका मन और शरीर इतना शिथिल हो जाता कि वह अपना काम भी ठीक से नहीं कर पाता। इससे उसको दूसरों की झिड़कियां सुननी पड़तीं। जब इस बात का बोझ उसके मन में बहुत अधिक बढ़ गया, तब उसने एक दिन पुजारी के पास जाकर अपने मन की बात कहने का निश्चय किया। अतः वह गोकरण जी के पास पहुंचा और श्रद्
जीवन क्या है मानव जीवन का सार
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|||||||| "ये ही सत्य हैं" |||||* *Qus→ जीवन का उद्देश्य क्या है ?*Ans→ जीवन का उद्देश्य उसी चेतना को जानना है - जो जन्म और मरण के बन्धन से मुक्त है। उसे जानना ही मोक्ष है..!!*Qus→ जन्म और मरण के बन्धन से मुक्त कौन है ?* Ans→ जिसने स्वयं को, उस आत्मा को जान लिया - वह जन्म और मरण के बन्धन से मुक्त है..!!*Qus→ संसार में दुःख क्यों है ?*Ans→ लालच, स्वार्थ और भय ही संसार के दुःख का मुख्य कारण हैं..!!*Qus→ ईश्वर ने दुःख की रचना क्यों की ?*Ans→ ईश्वर ने संसारकी रचना की और मनुष्य ने अपने विचार और कर्मों से दुःख और सुख की रचना की..!!*Qus→ क्या ईश्वर है ? कौन है वे ? क्या रुप है उनका ? क्या वह स्त्री है या पुरुष ?* Ans→ कारण के बिना कार्य नहीं। यह संसार उस कारण के अस्तित्व का प्रमाण है। तुम हो, इसलिए वे भी है - उस महान कारण को ही आध्यात्म में 'ईश्वर' कहा गया है। वह न स्त्री है और ना ही पुरुष..!!*Qus→ भाग्य क्या है ?*Ans→ हर क्रिया, हर कार्य का एक परिणाम है। परिणाम अच्छा भी हो सकता है, बुरा भी हो सकता है। यह परिणाम ही भाग्य है तथा आज का प्रयत्न ही कल का भाग्य है.
Good morning status
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*रोटी से विचित्र कुछ भी नहीं है... इंसान कमाने के लिए भी दौड़ता है... और पचाने के लिए भी दौड़ता है ....* *"नहा कर गंगा में सब पाप धो आया ...* *वहीं से धोये पापों का पानी भर लाया ....* *वाह रे इन्सान तरीका तेरा समझ में नहीं आया..*. *"पाप हमारी सोच से होता हैं,* *शरीर से नही* *और* *तीर्थों का जल,* *हमारे शरीर को साफ करता हैं,* *हमारी सोच को नही।"* *☘सुप्रभात☘*
ब्राह्मण का है ब्राह्मण की जनसंख्या कितनी है। ब्राह्मण क्या क्या है।
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*ब्राह्मण साम्राज्य की टीम ने 2 महीने में जबरदस्त मेहनत की और मेहनत कर भारत के समस्त राज्यों से ब्राह्मण जनसँख्या जानने की कोशिश की है,जिसके अनुसार सूची तैयार हुई है॥ उम्मीद है कि ब्राह्मण अपनी शक्ति पहचाने और एकजुट होकर कार्य करे...!!!* *(1) जम्मू कश्मीर : 2 लाख + 4 लाख विस्थापित* *(2) पंजाब : 9 लाख ब्राह्मण* *(3) हरयाणा : 14 लाख ब्राह्मण* *(4) राजस्थान : 78 लाख ब्राह्मण* *(5) गुजरात : 60 लाख ब्राह्मण* *(6) महाराष्ट्र : 45 लाख ब्राह्मण* *(7) गोवा : 5 लाख ब्राह्मण* *(8) कर्णाटक : 45 लाख ब्राह्मण* *(9) केरल : 12 लाख ब्राह्मण* *(10) तमिलनाडु : 36 लाख ब्राह्मण* *(11) आँध्रप्रदेश : 24 लाख ब्राह्मण* *(12) छत्तीसगढ़ : 24 लाख ब्राह्मण* *(13) उड़ीसा : 37 लाख ब्राह्मण* *(14) झारखण्ड : 12 लाख ब्राह्मण* *(15) बिहार : 90 लाख ब्राह्मण* *(16) पश्चिम बंगाल : 18 लाख ब्राह्मण* *(17) मध्य प्रदेश : 42 लाख ब्राह्मण* *(18) उत्तर प्रदेश : 2 करोड़ ब्राह्मण* *(19) उत्तराखंड : 20 लाख ब्राह्मण* *(20) हिमाचल : 45 लाख ब्राह्मण* *(21) सिक्किम : 1 लाख ब्राह्मण* *(22) आसाम : 10 लाख ब्राह्मण* *(23) मिजोरम : 1.5 लाख
दुर्गा चालीसा हिंदी में durga chalisa in hindi
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नमो नमो दुर्गे सुख करनी ।नमो नमो अम्बे दुःख हरनी ॥तिहूं लोक फैली उजियारी शशि ललाट मुख महाविशाला ।नेत्र लाल भृकुटी विकराला ॥रूप मातु को अधिक सुहावे ।दरश करत जन अति सुख पावे ॥तुम संसार शक्ति लै कीना ।पालन हेतु अन्न धन दीना ॥अन्नपूर्णा हुई जग पाला ।तुम ही आदि सुन्दरी बाला ॥प्रलयकाल सब नाशन हारी ।तुम गौरी शिव शंकर प्यारी ॥शिव योगी तुम्हरे गुण गावें ।ब्रह्मा विष्णु तुम्हें नित ध्यावें ॥रुप सरस्वती को तुम धारा ।दे सुबुद्धि ॠषि मुनिन उबारा ॥धरा रूप नरसिंह को अम्बा ।प्रकट भई फाडकर खम्बा ॥रक्षा करि प्रह्लाद बचायो ।हिरण्याक्ष को स्वर्ग पठायो ॥लक्ष्मी रूप धरो जग माहीं ।श्री नारायण अंग समाहीं ॥क्षीरसिन्धु में करत विलासा ।दयासिन्धु दीजै मन आसा ॥हिंगलाज में तुम्हीं भवानी ।महिमा अमित न जात बखानी ॥मातंगी धूमावति माता ।भुवनेश्वरि बगला सुखदाता ॥श्री भैरव तारा जग तारिणि ।छिन्न भाल भव दुःख निवारिणि ॥केहरि वाहन सोह भवानी ।लांगुर वीर चलत अगवानी ॥कर में खप्पर खड्ग विराजे ।जाको देख काल डर भागे ॥सोहे अस्त्र और त्रिशूला ।जाते उठत शत्रु हिय शुला ॥नगरकोट में तुम्हीं विराजत ।तिहूं लोक में डंका बाजत ॥शुंभ निशुंभ
सुप्रभात स्टेटस Good morning status
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👏👏👏👏👏👏👏🙏🙏🙏🙏🙏 🌳🍁🌳🍁🌳🍁🌳🍁🌳🍁 🌾🌸🌼🙏🌼🌸🌾 *नफरत* को *हजार* मौके *दो* कि वो *प्रेम* मे *परिवर्तित* हो जाये।। *लेकिन* प्रेम को *एक* भी *मौका* मत *दो* कि वो *नफरत* मे *बदल* जाये।। 🌾🌸🌼🙏🌼🌸🌾 *इंसानियत आदमी को* *इंसान बना देती है* , *लगन हर मुश्किल को* *आसान बना देती है* । *लोग यूँ ही नहीं जाते* *मंदिरों में पूजा करने* *आस्था ही तो पत्थर को* *भगवान बना देती है ।* 🍁 🙏 *सुप्रभात* 🙏🍁 🌾🌸🌼🙏🌼🌸🌾